ON THIS SPECIAL DAY WHERE INDIA IS CELEBRATING GANESH CHATURTHI AND EID TOGETHER HERE ARE FEW LINES I WANT TO SAY- हिन्दू देदो नाम मुझे,चाहे मुसलिम कहलादो चाहे गुरूद्वारे के द्वारे या ईसा से मिलवादो चाहे तो गीता पाठ कहूँ चाहे कुरान सिखलादो चाहे तो कशी विश्वनाथ या हाजीअली दिखलादो भगवान एक है नाम कई अरे क्यूँ समझ ना तू पाता क्यूँ हाथों में है कटार...क्यूँ मानवता झुठलाता क्यूँ धर्म के नाम पर अधर्म तू करता जाता अरे!अब तो बस कर बहुत हो गई मज़हब धर्म जाती की लड़ाई मरा जो वो हिन्दुस्तानी था भाईजान कहूँ या भाई रक्त जो निकला लाल रंग कैसे पहचानू किस मज़हब का मैंने तो न पाईं वो आँखें जो देख सकें किसी अंतर को चेहरा दिखे न आवाज़ कहे मैं किस जाती किस मज़हब का फिर क्यूँ तू अंतर करता है ऊपर वाले ने जब न किया हम एक पहचान एक हिन्दुस्तानी हमे नाम दिया हिन्दुस्तानी हमे नाम दिया.